MS Technologies - Defender Jhatka Machine

Defender Jhatka machine

Working Principle of Solar Fence Energizer

सोलर झटका मशीन के कार्य  व  सिद्धांत 

Working principle of solar fencer, zatka machine
DEFENDER Solar Fencing System
Working Principle of Solar Fence Energizer प्रचलित बाड़ के तरह ही इलेक्ट्रिक बाड़ में जमीन के चारो तरफ खुटा या खंभे लगाकर G.I या Fencing Clutch तार लगाया जाता है। सामान्य रूप से ये तारे अच्छी गुणवत्ता वाली जंग रोधी तार होती है। उसके पश्चात इन तारो में Solar Fence Energizer से निकले हाई वोल्टेज D.C पल्स को जोड़ दिया जाता है ये विद्युत धारा लगातर न होकर  थोड़े थोड़े समय अंतराल में  इन तारो में  प्रवाहित होते रहते है।  जब कोई इंसान या जानवर का संपर्क इन तारो से होता है तो उन्हें एक कम दर्दनाक तेज सुरक्षित झटका  लगता है जो बहुत ही कम समय अंतराल के लिए होता है जोकि उन्हें  बाड़ के अंदर प्रवेश  करने से  रोकता है। जानवर  जंगली हो  या घरेलु  उन्हें यह झटका याद रहता है। पुन : वे  इन  तारो  के  पास आने से बचते है। यह  बिजली की बाड़ जानवरो के लिए एक मानसिक अवरोध के रूप में कार्य करती है। 

इलेक्ट्रिक बाड़ या शक्ति बाड़ में दिए गए बिजली की धारा  को नियंत्रित करने के  लिए  जिस यंत्र का उपयोग किया जाता है सामान्य भाषा में उसे Zatka Machine के नाम से जाना जाता है। सोलर पैनल के द्वारा इसके बैटरी को चार्ज किया जाता है इस कारण से यह  सोलर झटका मशीन के नाम से जाना जाता  है।

यह मशीन 12 volt  के बैटरी से ऊर्जा लेकर उसे उच्च वोल्टेज  में परिवर्तित करता है जो लगभग 7 KV  से 9.9 KV का होता है तथा बहुत ही कम समय ( लगभग 470 मिलीसेकंड ) के लिए प्रवाहित होती है तथा 1.2 सेकंड के लिए धारा  प्रवाह को रोक देती है, इसे आप इस प्रकार समझ सकते है की यह मशीन हर 1.2  सेकंड बाद 470 मिलीसेकंड के लिए  तारो में 7 KV से 9.9 KV तक करंट छोड़ती है। 

यह झटका  जानलेवा नहीं होता क्युंकि करंट की मात्रा बहुत ही कम होती है और यह थोड़ी थोड़ी देर में धारा को प्रवाहित करती है। परंतु उच्च वोल्टेज होने के कारण बहुत ही तेज झटका देता है। झटका मशीन को विद्युत् आपूर्ति  12 Volt  के बैटरी द्वारा किया जाता है और इस बैटरी को सोलर पैनल के द्वारा चार्ज किया जाता है। जिस बजह से झटका मशीन से बैटरी को अलग कर चार्ज करने की आवश्यकता नहीं है। मेन्युल मोड में दिन के समय मशीन चालू रहता है तथा बैटरी भी साथ साथ चार्ज होती  रहती है, तथा ऑटोमेटिक मोड में  सूरज की रोशनी सोलर पैनल पे पड़ते ही मशीन बंद हो जाती है और सिर्फ बैटरी को चार्ज करती है और जैसे शाम होती है मशीन अपने आप चालू हो जाती है। बिजली की बाड़  Electric Fencing System  में  किसी भी प्रकार के फाल्ट होने पर तेज़ आवाज के साथ अलार्म  बजना शुरू हो जाता है। जिससे किसान को अपने बिजली बाड़ की स्तिथि का पता चल जाता है। 


नोट :- पारंपरिक बाड़ के मुकाबले इलेक्ट्रिक बाड़ आधे खर्च में हो जाता है यानि किसानो का 50 प्रतिशत खर्चा बच जाता है। 

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